Eastern Chalukyas of Vengi,‌‌‌‌‌‌वेंगी के पूर्वी चालुक्य,GK Questions Answer, General Knowledge-atmword.com

‌‌‌‌Eastern Chalukyas of Vengi‌‌‌
‌‌‌वेंगी के पूर्वी चालुक्य

* वेंगी राज्य आंध्र प्रदेश की कृष्णा और गोदावरी नदियों के बीच स्थित था।
* विष्णुवर्धन वेंगी के पूर्वी चालुक्य राजवंश का सस्थापक था।
* विष्णुवर्धन की रानी आयना महादेवी ने विजयवाड़ा मे जैन मंदिर का निर्माण करवायी ।
* यह मंदिर तेलुगू देश के जैन धर्म का सबसे पुराना मंदिर है।
* विष्णुवर्धन का राज्य विशाखापत्तनम से लेकर उत्तरी नेल्लोर तक फैला था।
* विष्णुवर्धन ने 624 ई. से 641 ई. तक शासन किया।
* विष्णुवर्धन भागवत धर्म का अनुयायी था।
* विष्णुवर्धन ने विषमसिद्धि नामक उपाधि धारण की थी।
* प्रसिद्ध चालुक्य शासक पुलकेशिन द्धितीय ने वेंगी को जीतकर वहॉ का उपराजा अपने छोटे भाई विष्णुवर्धन को बनाया। बाद में विष्णुवर्धन ने ही यहॉ स्वतंत्र चालुक्य वश की स्थापना की।
* विष्णुवर्धन के बाद उसका पुत्र जयसिंह प्रथम शासक बना।
* जयसिंह भागवत धर्म का अनुयायी था।
* जयसिंह प्रथम ने पृथ्वीवल्लभ,पृथ्वीजयसिंह आदियां उपाधियां धारण की।
* जयसिंह प्रथम के बाद उसका भाई इन्द्र भट्टारक केवल सात दिन तक शासन किया।
* इन्द्र भट्टारक के बाद विष्णुवर्धन द्धितीय शासक बना।
* विष्णुवर्धन द्धितीय ने 676 ई. से 682 ई. तक शासन किया।
* विष्णुवर्धन द्धितीय ने विशमसिद्धि,प्रलयादित्य,मकरध्वज जैसी उपाधिया धारण की।
* विष्णुवर्धन के पुत्र मंगी युवराज ने 682 से 706 ई. तक शासन किया।
* मंगी युवराज को विजयसिद्धि तथा सर्वलोकाश्रय नाम से भी जाना जाता हैं
* जयसिंह द्धितीय ने 706 ई. से 718 ई. तक शासन किया।
* जयंसिंह द्धितीय के शासन काल में उसके भार्इ विजयादित्यवर्मन ने विद्रोह कर अपने का स्वंतत्र घोषित कर दिया।
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* जयसिंह द्धितीय के मृत्यु के बाद उसके सौतले भार्इ कोक्किली ने वेंगी पर अधिकार कर लिया।
* कोक्किली का शासन काल केवल छ: महीने का रहा।
* विष्णुवर्धन तृतीय ने 719 ई. में कोक्किली को पराजीत कर सत्ता हथिया लिया।
* विष्णुवर्धन ने एलमेचिली को वेंगी साम्राज्य में मिला लिया।
* विष्णुवर्धन तृतीय के बाद विजयादित्य प्रथम शासक बना।
* विजयादित्य प्रथम के शासन काल में बादामी के चालुक्य वंश का राष्ट्रकूटो ने अतं कर दिया।
* विजयादित्य प्रथम ने त्रिभुवनाकुंश तथा विजया सिद्धि जैसी उपाधियां धारण की।
* विजयादित्य ने 755 ई. से लेकर 772 ई. तक शासन किया।
* विजयादित्य प्रथम के बाद उसका पुत्र विश्णुवर्धन चतुर्थ शासक बना।
* विष्णुवर्धन ने ध्रुव की अधीनता स्वीकार कर ली तथा अपनी बेटी शीलमदेवी का विवाह ध्रुव के साथ कर दिया।
* विष्णुवर्धन चतुर्थ के बाद उसका पुत्र विजयादित्य द्धितीय शासक बना।
* विजयादित्य द्धितीय शैव धर्म का मतानुयायी था।
* विजयादित्य द्धितीय की मृत्यु के बाद उसका पुत्र कलि।
* विश्णुवर्धन पंचम शासक बना। (847 ई से लेकर 849 तक शासन किया)
* विजयादित्य तृतीय ने राष्ट्रकूट नरेश कृष्ण द्धितीय को पराजित किया था। उसका काल वेंगी के चालुक्य साम्राज्य का चरमोत्कर्ष था।
* विजयादित्य द्धितीय ने अपना साम्राज्य विस्तार उत्तर में महेन्द्रगीरि से लेकर दक्षिण में पुलिकट झील तक किया।
* विजयादित्य तृतीय 849 ई से लेकर 892 ई तक शासन किया।
* विजयादित्य तृतीय की मृत्यु के बाद भीम प्रथम शासक बना।
* भीम प्रथम के शासन काल के प्रारंभ में ही उसके चाचा युद्धमल्ल ने विरोध किया। (892 ई. से 921 ई. तक)
* भीम प्रथम शैव धर्म का अनुयायी था।
* भीम प्रथम ने गोदावरी जिले में अनेक शैव मदिंरो का निर्माण कराया।
* इस वंश अतिम शासक विजयादित्य सप्तम था।

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