☞ | राजा राममोहन राय द्वारा मिरातुल अखबार,केशवचन्द्र सेन द्धारा इण्डियन मिरर और वाम बोधिनी,साधारण बा समाज द्धारा तत्व कौमुदी,बम पब्लिक ओपीनियन सजीवनी आदि का प्रकाशन भी उल्लेखनीय है। |
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☞ | देवेन्द्रनाथ की तत्व बोधिनी सभा (1839 ई.) केशवचन्द्र सेन की सगत सभा व भारतीय सुधार समाज। |
☞ | केवशचन्द्र सेन के ही प्रयासो के फलस्वरुप ब्रा समाज की शाखांए उत्तर प्रदेश,पजांब एवं मद्रास में खोली गयी। |
☞ | केशवचन्द्र सेन का अत्याधिक उदारवादी दृष्टिकोण ही कालान्तर में ब्रहृा समाज के विभाजन का कारण बना। |
☞ | 1865 ई. में देवेन्द्र नाथ ने केशव को केशवचन्द्र को ब्रहृा समाज के बाहर निकाल दिया। |
☞ | राजाराम मोहन राय ने 1814 में आत्मीय सभा की स्थापना की। |
☞ | 1815 में राजाराम मोहन राय ने वेदान्त कॉलेज की स्थापना कलकत्ता में की। |
☞ | गॉधीजी भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष एक बार 1924 में बेलग्राम अधिवेंशन में बने। |
☞ | भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में चार पशु दिखाई देते है सिंह,हाथी,व घोडे़ के अलावा चौथा पशु सांड है। |
☞ | कॉग्रेस समाजवादी दल की स्थापना आचार्य नरेन्द्र देव तथा जयप्रकाश नारायण ने की थी। |
☞ | भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस के कराची अधिवेशन में महात्मा गॉधी ने कहा था कि गॉधी मर सकते हैं परतुं गॉधीवाद सदा जीवित रहेगा। |
☞ | कॉग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन 1906 अध्यक्ष दादा भाई नौरोजी ने पहली बार स्वराज्य की मॉग की गई। |
☞ | भारत छोड़ो आन्दोलन के समय कॉग्रेस का अध्यक्ष मौलाना अबुल कलाम आजाद था। |
☞ | 12 अगस्त 1946 नेहरु अतंरिम सरकार बनाने के लिए आंमात्रित। |
☞ | कॉग्रेस के बेलगॉव अधिवेशन 1924 में अधिवेशन में हिन्दी को सर्वप्रथम राष्ट्रभाषा के रुप में प्रस्तुत किया गया था। |
☞ | विदेशी राज्य चाहे वह कितना ही अच्छा क्यों न हो स्वेदशी राज्य की तुलना में कभी अच्छा नही हो सकता है यह कथन दयानंद सरस्वती का है। |
☞ | 1857 के विद्रोह को राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए एक सुनियोजित सग्राम की सज्ञां वी.डी. सावरकर ने दी। |
☞ | नाना साहब के सेनापती जो बाद में पकड़े गए तथा अग्रेजो ने उन्हें फॉसी पर लटका दिया तात्या टोपे। |
☞ | भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस की स्थापना के समय भारत का गवर्नर जनरल लॉर्ड डफरिन था। |
☞ | 1889 में भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस का अध्यक्ष विलियम बेडरवर्न था। |
☞ | न्यू लैम्ब फार ओल्ड नामक लेखों की श्रृखला में उदारवादी राजनीति की जमकर आलोचना की गई इसके लेखक अरंविद घोष थे। |
☞ | कॉग्रेस का सूरत विभाजन 1907 में हुआ था। |