☞ | भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष होने को गौरव ऐनी बेसेन्ट को है। |
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☞ | ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए कूका आन्दोलन पंजाब में संघटित हुआ था। |
☞ | 1919 में अखिल भारतीय खिलाफत कॉग्रेस दिल्ली में आयोजन की गई थी। |
☞ | 1857 के स्वतत्रंता सग्राम का प्रतीक कमल और रोटी था। |
☞ | भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस 1890 में मंच से बोलने वाली प्रथम महिला कादम्बिनी गागुली थी। |
☞ | 1917 के कॉग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन के अध्यक्ष ऐनी बेसेन्ट थी। |
☞ | सरोजिनी नायडू कॉग्रेस अध्यक्ष 1925 कानपुर अधिवेशन में बनी। |
☞ | आजादी की आवाज नाम से रेडियो चलाकर जगलो में छिपकर गुप्त सूचनाओं के प्रसारण का कार्य उषा मेहता ने किया था। |
☞ | जलियॉवाला बांग हत्याकाण्ड 13 अप्रैल 1919 को हुआ था उस समय कॉग्रेस के अध्यक्ष प. मदन महोन मालवीय थे।(26 दिसबंर 1918 से 28 दिसबंर1919) |
☞ | प.मोतीलाल नेहरु कॉग्रेस के अध्यक्ष 1919 में बने थे।(28 दिसबंर 1919 से 4 सितंबर1920) अमृतसर सम्मेलन। |
☞ | रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म दिन 6 मई 1861 है यही जन्म दिन भारत के एक महान व्यक्ति का भी है जिन्होने इनिडपेन्डेन्ट नामक समाचार पत्र भी निकाला था वह है प. मोतीलाल नेहरु है। |
☞ | 1857 के विद्रोह के दिल्ली पर अग्रेजों ने सर्वप्रथम पुन अधिकार किया। |
☞ | अप्रैल 1858 में तात्याटोपे की गिरफ्तारी के बाद विद्रोह समाप्त हुआ माना जा सकता है। |
☞ | उमाजी नायक के नेतृत्व में ब्रिटिश शासन के विरुद्व किसानों और आदिवासीयो का विद्रोह के रामोसी विद्रोह के नाम से प्रसिद्ध है। |
☞ | बहाबी आन्दोलन के सस्थापक सैयद अहमद रायबरेलवी थे। |
☞ | दीनबंधु मित्र द्धारा रचित नील दर्पण नाटक है,बागान मालिको के उत्पीड़न का खुला चित्रण। |
☞ | सरदार बल्लभ भाई पटेल ने हिन्दुस्तान मजदूर सभा की स्थापना की थी। |
☞ | श्रीमती एनी बिसेन्ट द्धारा स्थापित केन्द्रीय हिन्दु स्कूल को मदन मोहन मालवीय ने आगे चलकर बनारस हिन्दु विश्वविधालय के रुप में विकसित किया। |
☞ | अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना महात्मा गॉधी ने 1932 मे की। |
☞ | भारतीय राष्ट्रीय कॉग्रेस के सस्थापक ए.ओ.ह्युम की दल में अधिकार पदास्थिति महासचिव की थी। |
☞ | 1919 में नाई-धोबी बंद आन्दोलन प्रतापगढ उत्तरप्रदेश में चलाया गया। |
☞ | कॉग्रेस 1926 के गुवाहाटी अधिवेशन में खद्दर पहनना अनिवार्य घोषित किया गया था। |
☞ | 1917 में डॉ.एम.सैडलर के नेतृत्व में गठित सैडलर आयोग के दो भारतीय सदस्य डॉ.आशुतो मुखर्जी एवं जियाउद्दीन अहमद थे। |
☞ | बगांल के सन्यासी विद्रोह को दबाने का श्रेय वोरन हेस्टिगस को है। |
☞ | जस्टिस पार्टी तथा पंजाब यूनियनिंस्ट दलो को छोड़कर शेष सभी दलों ने साइमन कमीशन का बहिष्कार किया था। |